Homeबीकानेरश्रीडूंगरगढ़अखिल भारतीय किसान सभा की बैठक हुई, माकपा महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी...

अखिल भारतीय किसान सभा की बैठक हुई, माकपा महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि सभा हुई, किसान हित में लिए कई फैसले

द नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- अखिल भारतीय किसान सभा जिला कमेटी बीकानेर की बैठक आज गौरव पथ रोड स्थित किसान सभा के कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक शुरू होने से पहले किसान मजदूरों युवाओं के हितैषी माकपा महासचिव कामरेड सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही गत दिवस हनुमानगढ़ के नगराना के पूर्व सरपंच 50 साल तक किसानों की लड़ाई लड़ने वाले बीकानेर पूर्व सांसद कॉमरेड शौपत सिंह के अजीत साथी कामरेड बृजलाल भादू के निधन होने पर उनको भी श्रद्धांजलि दी गई। किसान सभा के जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक कॉमरेड गिरधारी महिया जिला सचिव कॉमरेड जेठाराम लाखुसर, बीकानेर प्रभारी सागर खाचरियावास ने सीताराम येचुरी के साथ बिताए पलों को साझा किया। उन्होंने कहा कि सीताराम येचुरी 17 साल की उम्र में 12वीं क्लास में सीबीएसई में पूरे देश भर में प्रथम स्थान लिया जो 1969 की बात है उसके बाद 1970 में वह दिल्ली जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए मद्रास से दिल्ली आए वहां पर वह तीन बार विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष रहे, उसे दौरान आपातकाल लागू हो गया तो सीताराम येचुरी ने प्रधानमंत्री तत्कालीन इंदिरा गांधी से इस्तीफा मांगा और उनके आवास का घेराव किया मजबूरन इंदिरा गांधी अपनी आवाज से निकलकर सीताराम येचुरी और हजारों विद्यार्थियों को सुना और कुछ दिनों बाद इंदिरा गांधी जो विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर थी। उन्होंने वाइस चांसलर पद से इस्तीफा दे दिया वह अपने जमाने के विद्यार्थी जमाने में देश भर के मशहूर नेता थे 2005 और 6 में नेपाल में हुए राजशाही राजा और राजपरिवार का कत्लेआम के दौरान उन्होंने वहां नेपाल के क्रांतिकारी बागी हथियारबंद नेताओं को एकजुट कर हथियार डालकर उनका जनवादी और लोकतांत्रिक लाइन में शामिल होने का आह्वान किया और उसके बाद उन्होंने करीब 17000 हथियारबंद लड़ाकों को लोकतंत्र की दिशा में मोड़ दिया भारत सरकार ने नेपाल में उसे त्रासदी के दौरान कामरेड सीताराम को प्रतिनिधि के रूप में भेजा था और वह उसे कार्य में सफल हुए 2017 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का खिताब दिया वह 50 साल तक किसान मजदूर नौजवान दलितों की लड़ाई देश भर में कोने-कोने में लड़ते रहे और अपनी पार्टी को संप्रदायिकताओं के खिलाफ खड़ा करते रहे किसानों के लिए खड़ा करते रहे, गत सालों में बने यूपीए गठबंधन और तत्कालीन चुनाव में बने इंडिया गठबंधन को अमली जामा पहनाने में सबसे बड़ा योगदान सीताराम येचुरी का था, सीताराम के जाने से देस ही नहीं विदेश में भी शोक की लहर है और उन्हे आखिरी नमन के लिए दिल्ली आएं हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर अपने देश के राजनीतिक योद्धा खोने पर गहरा दुख जताया।

श्रद्धांजलि सभा के बाद अखिल भारतीय किसान सभा की बैठक जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक कॉमरेड गिरधारी महिया के अध्यक्षता में हुई जिसमें अलग-अलग तहसीलों के साथी पहुंचे और किसान सभा के आगामी संगठन बनाने के कार्यक्रम आंदोलन और आगामी कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा हुई जिसमें 23 से 30 सितंबर तक किसान सभा का व्यापक सदस्यता अभियान चलाने पर चर्चा भी इसी तहत किसानों के लोकल समस्याओं को लेकर आंदोलन पर चर्चा हुई जिसमें जिसमें समर्थन मूल्य पर संपूर्ण मूंगफली ख़रीद करने बीमा आंदोलन करने पर विचार हुआ और जल्दी संपूर्ण मूंगफली समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर आंदोलन खड़ा किया जाएगा इसी क्रम में सोलर कंपनियों द्वारा पर्यावरण को जो भयंकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है पेड़ पौधों को काटकर जिसमें खेजड़ी आंदोलन को समर्थन दिया, जेठाराम लाखूसर ने कहा की 90 हजार बीघा में सोलर प्लांट लगेंगे उस क्षेत्र में पोधे काट रहे हैं जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान होगा जिसकी भरपाई संभव नहीं है और किसान सभा जिला अध्यक्ष सहित खेजड़ी बचाने के धरने पर पहुंचेंगे।
इसी क्रम में जिले भर के दुग्ध उत्पादक किसानों का कन्वेंशन बुलाकर दूध उत्पादकों को भाव के संबंध में चर्चा की जाएगी किसानों का खाने की दूध और पानी में एक भाव है और जिले के अंदर केमिकल युक्त दूध जो मार्केट में बिक रहा है जिसे लाखों लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है इस पर भी आंदोलन किया जाएगा।
किसान सभा के जिला पर्यवेक्षक सागर खाचरिया सीकर ने जिले के किसानों को धन्यवाद देते हुए आगामी आंदोलन को बड़े जोर शोर और व्यापक दिशा में ले जाने का आह्वान किया।
बैठक में लूणकरणसर से राम प्रताप पटेल, जनकवि रघुवीर सिंगारिया, बीकानेर सदर से जोगाराम जाट, चेनाराम, हनुमान जाखड़, रुपाराम, राजाराम चंद्र जाखड़, श्रीडूंगरगढ़ से भंवरलाल भुसावल, गिरधारी जाखड़, सातुनाथ, शिव, मुकेश ज्याणी, सहीराम भुसावल, सुखराम बाना, सरपंच सुनील मेघवाल, राजेंद्र जाखड़, जावेद बेलिम दौलतपुरा, मामराज गोदारा, भोमाराम जाखड़ व सीताराम खिलेरी सहित अनेक किसान नेता बैठक में उपस्थित रहे।

.
.
.
.
RELATED ARTICLES
error: Content is protected !!