दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:-संयुक्त राष्ट्र महासभा में शनिवार को भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर वैश्विक अर्थव्यवस्था और भारत को संयुक्त राष्ट्र में बड़ी ज़िम्मेदारी चाहने पर अपनी बात रखी.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने भाषण की शुरुआत में भारत की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने का ज़िक्र किया. इसके बाद उन्होंने अपने 16 मिनट के बेहद कसे हुए भाषण में भारत की कूटनीति को लेकर कई बड़े संकेत दिए.
उन्होंने इशारों-इशारों में भारत की सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की पुरानी मांग को भी उठाया लेकिन दिलचस्प बात यह भी रही कि रूस के विदेश मंत्री ने भी संयुक्त राष्ट्र में भारत को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने की अपील कर दी.
हालांकि, जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर का ज़िक्र करते हुए कहा कि इससे तेल, खाद्य और उर्वरक की उपलब्धता पर असर होगा और इसकी क़ीमतें बढ़ेंगी.
ख़ास बातें
1.संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 16 मिनट का बेहद कसा हुआ भाषण दिया
2.भाषण में जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर आतंकवाद और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भारत का पक्ष रखा
3.विदेश मंत्री ने इशारों-इशारों में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी की
4.रूस के विदेश मंत्री ने भी अपने संयुक्त राष्ट्र में दिए गए भाषण में भारत को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने की वकालत की
5.संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता बढ़ाने का समर्थन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी