Homeबीकानेरफोटोग्राफी एक कला:जिससे बन सकती है राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान

फोटोग्राफी एक कला:जिससे बन सकती है राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान

दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- राजकीय डूंगर महाविद्यालय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय छायाचित्र प्रदर्शनी एवं कार्यशाला का समापन शुक्रवार को हुआ। इस दौरान सम्भागीय आयुक्त डॉ.नीरज के.पवन ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि फोटोग्राफी के माध्यम से राजस्थान को बेहतरीन ढंग से प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए कहा कि फोटोग्राफी एक कला है, जिसके द्वारा राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई जा सकती है।

उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि बीकानेर के जोड़बीड़ क्षेत्र एवं भरतपुर तथा फलौदी के खींचन में प्रवासी पक्षियों को फोटोग्राफी के माध्यम से बेहतरीन रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। प्राचार्य डॉ.जीपी सिंह व कॉलेज शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ. राकेश हर्ष ने भी अपने विचार रखे।

आयोजन सचिव डॉ. अविनाश जोधा ने बताया कि कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों को शहर के विभिन्न स्थलों को अवलोकन करवाया गया। इसके फोटोग्राफ भी प्रदर्शित किए गए। उप प्राचार्य डॉ. इन्द्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में नई ऊर्जा का संचार होता है तथा जीवन में कुछ नया करने की प्रेरणा मिलती है।

इस अवसर पर कथागो संस्था के अंजलि शेखावत, अरविन्द जोधा एव विपुल सोखिया, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राजेन्द्र पुरोहित, डॉ. सतीश गुप्ता, डॉ. नरेन्द्र कुमार, डॉ. राजनारायण व्यास, डॉ. कैलाश स्वामी, डॉ. पूनम चारण, डॉ. देवेश खण्डेलवाल, डॉ. विपिन सैनी, डॉ. बिन्दु भसीन डॉ. प्रेरणा माहेश्वरी, डॉ. इन्द्रा विश्नोई और डॉ. अनिला पुरोहित मौजूद रहे।

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