Homeरतनगढ़भारत को जानो प्रतियोगिता का हुई संपन्न, ये विद्यालय रहे विजयी

भारत को जानो प्रतियोगिता का हुई संपन्न, ये विद्यालय रहे विजयी

द नगर न्यूज़ रतनगढ़:- भारत विकास परिषद् शाखा रतनगढ़ द्वारा आयोजित भारत को जानो प्रतियोगिता आज आर्या पब्लिक उच्च माध्यमिक विद्यालय में सम्पन्न हुई। मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से शुरू हुए कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने वन्दे मातरम् गीत का गायन किया।उद्घघाटन कार्यक्रम में मंच पर स्थानीय विद्यालय के निदेशक अम्बिका प्रसाद हारित,प्रान्तीय उपाध्यक्ष वासुदेव चाकलान, संस्था प्रधान बजरंग लाल शर्मा, संरक्षक मदनलाल कम्मा उपस्थित रहे।
प्रकल्प प्रभारी अशोक वर्मा ने बताया कि जूनियर टीम में रतनगढ़ शहर की तेरह व सीनियर टीम में सतरह टीमों ने भाग लिया। शाखा अध्यक्ष सत्यनारायण टेलर के बताया की इस प्रकार की प्रतियोगिता से छात्र – छात्राओं में अपने देश की धार्मिक, आध्यात्मिक व गौरवशाली अतीत की जानकारी मिलती है। साथ ही छात्र छात्राओं में अपने देश के प्रति प्रेम, गर्व व समर्पण का भाव जागृत होता है। प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में प्रथम स्थान पर श्री संचियालाल बैद राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय रतनगढ़, द्वितीय स्थान पर श्रीमती भगवान देवी भुवालका राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय रतनगढ़ व तीसरे स्थान पर गुरुकृपा शिक्षण संस्थान माध्यमिक विद्यालय रतनगढ़ के छात्र – छात्रा रहे। इसी प्रकार सीनियर वर्ग में प्रथम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नोसरिया, द्वितीय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नवीन गोरीसारियों की ढाणी रतनगढ़ व तृतीय स्थान पर श्री यूनियन क्लब राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय राजलदेसर के छात्र छात्रा रहे। विजेता छात्र-छात्राओं को दुपट्टा ओढ़ाकर मोमेंटो व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। इसके अलावा भाग लेने वाली सभी टीमों को दुपट्टा ओढ़ाकर व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बनवारी लाल जांगिड़, राकेश नायक, राजेंद्र भारद्वाज, राजेंद्र सिंह बिदावत, दौलत राम दायमा, शुकदेव सांखोलिया, एडवोकेट संजय कटारिया, शाखा सचिव परमेश्वर लाल आत्रेय, वित्त सचिव शैलेश कुमार शर्मा, महेश सांखोलिया, हिमांशु मालपुरिया, महिला संयोजिका मंजुला चाकलान, वंदना शर्मा, श्रीकृष्ण स्वामी, मनोज सारस्वत व अमित हरितवाल सहित सभी विद्यालयों के टीम प्रभारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।

.
.
.
.
.
RELATED ARTICLES
error: Content is protected !!