द नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- श्री डूंगरगढ़। राजस्थान योग शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश संरक्षक योगगुरू ओम प्रकाश कालवा ने डिग्री डिप्लोमा कोर्स प्राप्त बेरोजगार योगी भाई बहनों की ओर से आवाज उठाते हुए कहा कि देश की सबसे कारगर और बहु उपयोगी योग चिकित्सा पद्धति जो आम आदमी के लिए जीवन पद्वति, रोगी के लिए चिकित्सा पद्धति और योगी के लिए साधना पद्धति है। योग तो हमारे देश की सबसे प्राचिन चिकित्सा पद्धति होते हुए भी आज देश प्रदेश में योग विषय में डिग्री डिप्लोमा कोर्स प्राप्त लाखों बेरोजगार योगी भाई बहन आज भी निराश और हताश बैठे हैं। वर्तमान समय में देखा जाए तो देश के हजारों योगी भाई बहन विदेशों में पलायन कर चुके हैं। रोजगार के लिए घर से दूर दरबदर भटकने को मजबूर हैं क्योंकि देश दुनियां में जहां स्वास्थ्य की बात आती है वहां योग के नाम का ढिढोंरा पीटा जाता है। वास्तव में देखा जाए तो रोजगार के नाम पर योग शिक्षकों को केवल निराशा ही हाथ लगी है। जब योग दिवस नजदीक आता है तो दिखावा करने के लिए कॉन्ट्रेक्ट बेस पर आयुर्वेद ( Ahwc ) , एलोपैथी विभाग ( phc uphc chc ), केंद्रीय विद्यालय के अंदर एक साल के लिए अस्थाई तौर पर लगा दिए जाते हैं। योग के नाम पर देश में नामी यूनिवर्सिटियां खूब लूट मचा रही है और योग शिक्षकों का भविष्य आज भी अंधकार में लग रहा है स्थाई रोजगार के लिए आज सभी योग के बड़े ठेकेदार मोन बैठे हैं और केवल अपनी रोटियां सेंक रहे हैं। योग शिक्षकों के साथ अगर ऐसा ही बर्ताव किया गया तो मजबूरन बड़े आन्दोलन के लिए कदम उठाने होंगे। योग शिक्षकों के मसीहा योगाचार्य ओम कालवा ने आश्वासन देते हुए कहा जल्द ही हम कामयाब होंगे और बताया कि सरकार से जो हमारी मांगे हैं उनमें योग बोर्ड का गठन, सभी विभागों में स्थाई नियुक्ति, समान वेतन, धरातल पर लागू कराना, योग शिक्षकों का रजिस्ट्रेशन, हर भर्ती में आयु 21 से 45 वर्ष, योग के नाम पर हो रही लूट और फर्जीवाड़े पर रोक कालवा ने देश के बड़े संगठनों को एक साथ आवाज उठाने के लिए निवेदन किया। कालवा ने बताया देश के नामी योगगुरुओं की तपस्या जाया नहीं जाएगी। और जो देश प्रदेश में दिन रात निस्वार्थ भाव से बेरोजगार योगी भाई बहनों के रोजगार के लिए लगे हुए हैं उनका तहे दिल से शुक्रिया योग समिति के रामावतार यादव, मनोज सैनी, राकेश कुमार तूनवाल, हेमन्त आर्य, अनिल थालोड़, राकेश कुमार पडिहार योगा लवर्स के सुनील सिंह, योगा लाइफ के संजीव भनोट और सभी योग संगठनों में काम कर रहे साथियों का धन्यवाद।
योग विश्व पटल पर लोकप्रिय होने के बावजूद योग शिक्षकों को रोजगार के नाम पर केवल दिखावा: प्रदेश संरक्षक कालवा
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