दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- वनरक्षक भर्ती परीक्षा में शनिवार को हुए दूसरी पारी के पेपर लीक मामले में पकड़े गए दस संदिग्धों को पूछताछ के लिए पुलिस राजसमंद ले आई है। पूछताछ में आरोपियों ने अब तक 30 लोगों को पेपर बेचने की बात कही है। इस मामले में कोचिंग संचालकों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। एसपी सुधीर चौधरी ने कहा है कि कोचिंग क्लास संचालकों की भूमिका को इनकार नहीं किया जा सकता है। पेपर लीक मामले में राजसमंद जिले के रेलमगरा थाने में केस दर्ज हुआ है। जाहिर है अब इस मामले में कुछ कोचिंग संचालक भी पुलिस की रडार पर हैं।
रेलमगरा थानाधिकारी भरत योगी ने बताया कि पेपर लीक मामले में पकड़े गए लोगों को लेने गई टीम राजसमंद आ गई है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। दिल्ली से पकड़े गए संदिग्ध भरत चौधरी को भी पुलिस राजसमंद ले आई है। प्रथम दृष्ट्या पेपर लीक प्रकरण में कोचिंग संचालकों का नाम भी सामने आ रहा है। अनुसंधान जारी है। आगे पता चलेगा कि कोचिंग क्लास संचालकों की भूमिका क्या रही? इस मामले में मास्टर माइंड और भी कुछ लोग हो सकते हैं जिनके नाम सामने आना बाकी है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरोपियों ने 30 से अधिक लोगों को पेपर व आंसर की बेचने की बात स्वीकार की है। पुलिस आरोपियों से 13 नवंबर को होने वाली परीक्षा के सवालों की आंसर की वायरल करने की आशंका पर भी पूछताछ की जा रही है। उधर, पेपर लीक मामले में बिजली निगम के दरीबा जीएसएस में तैनात लाइनमैन दीपक शर्मा को पुलिस ने अदालत में पेश कर आठ दिनों के रिमांड पर लिया है। उससे भी पूछताछ की जा रही है।
राजसमंद जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि पेपर लीक मामले में प्रदेश के अन्य जिलों से और भी कई नामों के सामने आने की संभावना है। कोचिंग संचालकों के नाम आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। पूछताछ जारी है। खुलासे होने पर अनुसंधान को आगे बढ़ाएंगे।