धर्म एक मान्यताएं अनेक, अहिंसा, करूणा, मैत्री प्रधान बनें जीवन- साध्वी कुंथुश्री।
द नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- इस धरा पर जहां धर्म की बात आती है वहां सभी धर्मों का सार एक ही है और केवल मान्यताएं अलग अलग है। ऐसे में आवश्यकता है कि चाहे व्यक्ति किसी भी धर्म का मानने वाला हो वह अपने जीवन को अहिंसा, करूणा, मैत्री प्रधान बना कर वास्तविक रूप से असाम्प्रदायिक समाज का निर्माण करें। यह प्रेरणा तेरापंथ सेवाकेन्द्र में विराजीत आचार्यश्री महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी कुंथुश्री ने मंगलवार को अणुव्रत समिति द्वारा अणुव्रत उदबोधन सप्ताह के तहत आयोजित साम्प्रदायिक सौहार्द दिवस कार्यक्रम में प्रवचन देते हुए दी। साध्वीश्री ने कहा कि अणुव्रत के मंच को सभी धर्म, सम्प्रदायों के समन्वय का मंच बताया एवं इस अभियान के साथ हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सहित सभी धर्मा के लोग जुड़ कर मानव धर्म को आगे बढ़ा रहे है। विदित रहे कि अणुव्रत विश्व भारती के तत्वाधान में देश भर में 1 अक्टुबर से 7 अक्टुबर तक मनाए जा रहे अणुव्रत उदबोधन सप्ताह की शुरूआत मंगलवार को साम्प्रदायिक सदभाव दिवस के साथ हुई है। स्थानीय अणुव्रत समिति द्वारा समिति अध्यक्ष सुमति पारख की अगुवाई में पुरे सप्ताह के अलग अलग कार्यक्रमों की रूपरेखा मनाई गई है। इकाई मंत्री रणवीर सिंह खीची ने बताया कि मंगलवार को साध्वीवृंदों द्वारा साम्प्रदायिक सौर्हाद गीतिका के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई एवं कार्यक्रम में दिवस प्रभारी सत्यनारायण स्वामी ने स्वागत उदबोधन दिया। कार्यक्रम में बजरंगलाल सेवग, सत्यदीप भोजक, महिला मंडल एवं जैन सभा से दीपमाला डागा, एडवोकेट अबरार अहमद, विमल भाटी, थानमल भाटी आदि ने विचार रखे एवं मंत्री ऐडवोकेट रणवीर सिंह खीची ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम संयोजन विशाल स्वामी ने किया एवं कार्यक्रम के दौरान समिति अध्यक्ष सुमति पारख, ओसवाल पंचायत अध्यक्ष विनोद भादानी, अशोक बैद, इकबाल राईन विक्रम मालू, करनी सिंह बाना, गणेश शर्मा, गंगासागर शर्मा आदि मौजूद रहे।