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1.62 करोड़ मैं दो कंपनीयों को दिया: होली तक 20 करोड़ गोवंश के लिए बाज़ार में आ जाएगी सव्देसी वेक्सीन, तब गाॅट पाॅक्स लगाये

दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:-लम्पी वेक्सीन तेयार करने के लिए वैज्ञानिको को भारतीय क्रषि अनुशंधान परिषद ने तिन साल पहले 30 लाख का प्रोजेक्ट दिया था , अब सव्देसी वेक्सीन तेयार हो चुकी ,इसके कमर्शियल उत्पादन के लिए 81-81 लाख रुपये में दो कम्पनियों को वेक्सीन का फार्मूला वैज्ञानिको ने दिया है , दोनों से एम्ओयु हो चूका , होली तक देश की 20 करोड़ गोवंश के लिए वेक्सीन मुहैया हो सकेगी दिसंबर 2019 में लम्पी का पहला मामला सामने आया था , संक्रामक होने के कारण भारतीय क्रषि अनुशंधान परिषद् ने इसकी वेक्सीन के लिए तिन साल पहले ही केंद्रीय अश्व अनुशंधान केंद्र के वैज्ञानिको को जिमेवारी सोपिं , डेढ़ महीने पहले लम्पी प्रोवेक आईएनडी वेक्सीन तेयार हुई ,इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति मांगी गयी अब इसके कमर्शियल उत्पादन के लिए बेंगलुरु की बायोटिक प्राइवेट कंपनी ने लम्पी वेक्सीन तैयार करने के लिए 81 लाख रूपए में ऍमओयू किया है वैज्ञानिक अब इस कंपनी को वेक्सीन तेयार करने का मेथेड सोपेंगे कंपनियों की आपसी होड़ मैं जल्दी वेक्सीन मार्केट में आएगी साथ ही इनकी रेट भी कम होंगे

कंट्रोल में रहेगी वेक्सीन की दरे– अभी तक दो कंपनियों के साथ एम्ओयु हुआ है वेक्सीन का जो फार्मूला हमने तेयार किया हम उसका मैथेड इन कंपनियों को देंगे हमने फोर्मुलो की दर 81 लाख रूपए तय की है मलटीपल होने के कारण इसे कितनी भी कंपनिया ले सकती है इससे दरे भी नियंत्रित रहेगी और सहज उपलब्ध भी होगी बाजार में आने में करीब छह महीने लग सकते है । – डाॅ.नवीन, स्वदेशी वैक्सीन के खाेजकर्ता

वैक्सीन काे लेकर वाे सब जाे आपको जानना जरूरी है…
Q| स्वदेशी वैक्सीन काे बाजार में आने में छह महीने लगेंगे तब तक क्या।
A| तब तक गाॅट पाॅक्स वैक्सीन लगाई जा सकती है जाे लम्पी पर 60 प्रतिशत तक असरकारक है।
Q| अभी गाॅट पाॅक्स लगाने के छह महीने बाद क्या 100 प्रतिशत वाली स्वदेशी वैक्सीन लग सकती है।
A| बिलकुल लग सकती है लेकिन इससे पहले पशु की एंटीबाॅडी की जांच हाेगी। अगर एंटीबाॅडी बनी है ताे जरूरत नहीं हाेगी।
Q| चर्चा है कि सर्दियाें में लम्पी खत्म हाे जाएगा।
A| नहीं, देश में पहला केस ही सर्दियाें में मिला था। हां, मच्छर-मक्खियां कम हाेने से उसके बढ़ने की रफ्तार कम हाे सकती है।
Q| क्या प्राइवेट कंपनियों के उत्पादन से वैक्सीन की मनमानी दरें तय होंगी।
A| नहीं, अगर एक कंपनी बनाती ताे संभव था पर अब एक साथ कई कंपनियां वैक्सीन बनाएंगी ताे दरें भी कम हाेंगी अाैर सहज उपलब्ध भी।
Q| आखिर 100 प्रतिशत असरकार स्वदेशी वैक्सीन कब तक अाैर कैसे मिलेगी।
A| अभी एमओयू हुआ है। कागजी प्रक्रिया से लेकर तमाम प्राेसेस में वक्त लगेगा। वैक्सीन तैयार हाेने के बाद भी इसका परीक्षण हाेगा। उसके बाद सरकार वैक्सीन के उपयाेग की अनुमति देगी। सरकार की अनुमति के साथ ही एक साथ बड़े स्तर पर वैक्सीन तैयार हाेगी। इस पूरे प्राेसेस में छह महीने का वक्त लग सकता है। यानी हाेली के बाद वैक्सीन बाजार में आएगी।

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