द नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- आज तहसील के गांव सेरूणा के ग्रामीणों एकजुट होकर अधीक्षण अभियंता भूपेन्द्र भारद्वाज से मिले। बिजली की अघोषित कटौती, कम वोल्टेज, बार बार ट्रिपिंग, जिस कारण प्रत्येक किसान के 15 से 20000 हजार का नुकसान हो रहा है तथा इस समस्या से ट्रासफार्मर जलने की समस्या भी उतपन्न हो रही है। एक बार ट्रासफार्मर जलने पर कम से कम 20 दिन वापस आने में लगते है। इस समय मुगफली जैसी फसल अपने अंतिम पड़ाव पर है अब अगर उन्हें पानी नही मिलेगा तो पूरी फसल नष्ट हो जाएगी। भरतसिंह राठौड़ ने बताया कि इसके अलावा जीएसएस पर भारी फीडर का लोड कम करने, गाँव मे लगे नए ट्रांसफार्मरो के कनेक्शन को शीघ्र जोड़ने की मांग की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सेरुणा के हिस्से की बिजली आस पास के गाँवों को प्रलोभन के चक्कर मे दी जा रही है जिसकी जांच करे तथा उस पर अंकुश लगाया जाए। अधीक्षण अभियंता ने वर्तमान में चल रहे बिजली संकट की असमर्थता के बारे में बताया कि 400 ग्रिड सब स्टेशन पर ट्रिपिंग व सूरतगढ़ की 3 इकाइया बन्द है तथा 3-4 दिन तक व्यवस्था सही हो सकेगी। इस सम्बंध में 2 दिन पूर्व सेरुणा में हुए सामाजिक कार्यकर्म में मंत्री सुमित गोदारा व विधायक ताराचंद सारस्वत के सामने भी आवाज उठाई गई थी। इस मौके भरतसिंह राठौड़, रणवीर सिंह, प्रेम भादु, गजानन्द सारस्वत, खेताराम साई, मूलाराम गोदारा, अर्जुनराम शर्मा, चिमनाराम मेघवाल, तिलोक मेघवाल, जगदीश साईं, अमरचंद सारस्वत, तोलाराम भादु, मूलाराम भादु, रेवन्त साईं, सावन्तराम गोदारा, चंदुराम घाट, रामाराम गोदारा, भेरूसिंह, भैराराम गोदारा, इमरताराम साईं, ओमाराम भादु आदि ग्रामीण जन उपस्थित थे
सेरुणा के ग्रामीण एकजुट होकर मिले अधीक्षण अभियंता से, उठाई बिजली आपूर्ति कि समस्या
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