दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) में आज भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) की टीमें भिड़ेगी. एक साल के अंदर यह चौथा भारत-पाक मैच होगा. पिछले तीन मुकाबलों में पाकिस्तान को दो और भारत को एक जीत हासिल हुई है. हालांकि ओवरऑल रिकॉर्ड में भारतीय टीम हावी है. कुल 11 मैचों में से भारत ने 7 जीते हैं. इन सभी मुकाबलों में असली मजा भारत की बल्लेबाजी और पाकिस्तान की गेंदबाजी देखने में आया है. हमेशा की तरह इस बार भी मुकाबला भारतीय बल्लेबाजों और पाकिस्तान के गेंदबाजों के बीच ही नजर आने वाला है.
भारतीय टीम में नंबर-1 से लेकर नंबर-6 तक एक से बढ़कर एक दमदार बल्लेबाज हैं. सबसे अच्छी बात यह भी कि सभी बल्लेबाज फॉर्म में भी हैं. केएल राहुल वार्म-अप मैच समेत पिछली चारों पारियों में अर्धशतक जड़ चुके हैं. वहीं रोहित शर्मा आते ही बड़े-बड़े शॉट खेल रहे हैं. इन दोनों का स्ट्राइक रेट 140+ है. विराट कोहली लंबे अरसे बाद फॉर्म में लौट चुके हैं और लगातार रन बना रहे हैं. इधर, सूर्यकुमार यादव ताबड़तोड़ बल्लेबाजी में माहिर हैं. उनका स्ट्राइक रेट 170+ है. हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक जबरदस्त लय में हैं और बखूबी फिनिशर का रोल निभा रहे हैं. भारत का यह बैटिंग ऑर्डर ही टीम की मजबूती है.
उधर, पाकिस्तान का पेस अटैक लाजवाब है. मोहम्मद हारिस और नसीम शाह जबरदस्त लय में हैं. दोनों ने अपनी स्पीड से विपक्षी बल्लेबाजों को खासा परेशान किया है. पिछले मैचों में भारत के खिलाफ भी इन दोनों ने दमदार गेंदबाजी की थी. अब इन्हें शाहीन अफरीदी का भी साथ मिलेगा. पिछले वर्ल्ड कप में शाहीन ने भारत के टॉप ऑर्डर को बिखेल दिया था. उधर स्पिन डिपार्टमेंट में पाक टीम के पास शादाब खान और मोहम्मद नवाज जैसे ऑलराउंडर शामिल होंगे. नवाज भारत-पाक के पिछले मैच में ‘प्लेयर ऑफ दी मैच’ रहे थे.
दोनों टीमों की कमजोर कड़ी
भारतीय टीम के स्पिनर्स तो अपना काम बखूबी कर रहे हैं लेकिन तेज गेंदबाजी डिपार्टमेंट थोड़ा कमजोर नजर आ रहा है. पिछले टी20 मुकाबलों में भारतीय तेज गेंदबाजों ने डेथ ओवर्स में खूब रन लुटाए हैं. भुवनेश्वर कुमार, अर्शदीप और हर्षल पटेल काफी महंगे साबित हुए हैं. इसके साथ ही लचर फील्डिंग भी भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है. पिछले टी20 मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ियों ने अहम मौकों पर कैच टपकाए हैं.
पाकिस्तान के लिए मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजी सबसे बड़ी कमजोरी दिखाई दे रही है. सलामी बल्लेबाजों के बाद नंबर-3 से लेकर नंबर-7 तक कोई ऐसा भरोसेमंद बल्लेबाज नजर नहीं आता है. फखर जमां, आसिफ अली, इफ्तिखार अहमद, हैदर अली और शान मसूद में नियमितता की कमी है. इसके साथ ही हमेशा की तरह पाकिस्तान की फील्डिंग भी कमजोर ही है.