दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:-श्री रघुकुल राजपूत छात्रावास श्रीडूंगरगढ़ में श्री क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक पूज्य श्री तनसिंह जी की 99वीं जयंती के रूप में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह जी रोलसाहबसर का पावन सानिध्य रहा, कार्यक्रम संघ परंपरा अनुसार पूज्य श्री तन सिंह जी के चित्र पर माल्यार्पण, दीप-प्रज्वलन कर विधिवत रूप से आरंभ किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ स्वयंसेवक एडवोकेट भरतसिंह जी सेरूणा ने पूज्य श्री तन सिंह जी के सामान्य जीवन चरित्र के बारे में बताया, उन्होंने कहा कि आज उनका साहित्य एवं संघ रूपी छाया हमारे मध्य विराजमान है जो निरंतर हमारा मार्गदर्शन कर रही है। इसी क्रम में स्वंयसेवक संदीप सिंह पुन्दलसर ने प्रार्थना व करणी सिंह भेलू ने पूज्य श्री तन सिंह जी द्वारा रचित सहगायन प्रस्तुत कर पूज्य श्री के हृदय के उद्गार को प्रस्तुत किया। तत्पश्चात संरक्षक श्री भगवान सिंह रोलसाहबसर ने मुख्य वक्ता के रूप में अपना उद्बोधन प्रदान किया उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया श्री क्षत्रिय युवक संघ व्यष्टि से समष्टि की ओर बढ़ने का मार्ग है, यह कतई संकुचित नहीं है इसमें संपूर्ण मानवता संपूर्ण राष्ट्र समा जाता है। ईश्वर ने हम सभी को किसी ना किसी उद्देश्य की पूर्ति करने हेतु भेजा है, अगर हम वह कार्य करते हैं तभी वह उद्देश्य पूर्ति होती है वरना हमारा जीवन व्यर्थ है और हम सभी का लक्ष्य ईश्वर प्राप्ति ही है और संघ उसी का एक मार्ग है। इस पर चलकर हम निश्चित रूप से जीवन के लक्ष्य ईश्वर प्राप्ति को सहज तरीके से प्राप्त सकते हैं। उन्होंने बताया कि 2023-2024 वर्ष को पूज्य श्री तन सिंह जी का जन्म-शताब्दी वर्ष मनाया जाएगा जिसका मुख्य कार्यक्रम दिल्ली में 25-28 जनवरी 2024 को समारोह आयोजित होगा उसके लिए रूपरेखा पर कार्य हो रहा है। इस दौरान अखिल भारतीय स्तर पर 100 समारोहों का आयोजन किया जायेगा तथा बीकानेर मे 5 समारोह का आयोजन होना सुनिश्चित हुआ है। कार्यक्रम में श्री क्षत्रिय युवक संघ के सहयोगी-गण उपस्थित हुए, जिनमें संभाग प्रमुख रेवंतसिंह जाखासर,खींव सिंह सुलताना, शक्ति सिंह आशापुरा,जुगल सिंह बेलासर, क्षत्रिय सभा अध्यक्ष छैलूसिंह पुंदलसर,भागीरथ सिंह सेरूणा अन्य सहित बड़ी संख्या में तहसील क्षेत्र के गांव झंझेऊ,जोधासर, लखासर,पुन्दलसर,नोसरिया-मिंगसरिया,जाखासर,सेरूणा,नारसीसर,कोटासर,राजपुरा,दुलचासर,गोपालसर,जालबसर,लालासर,सत्तासर, मोमासर,ठुकरियासर, धीरदेसर,कीतासर,बिग्गा,रामसरा,सोनियासर,रानासर,केऊ,गुंसाईसर,धर्मास,इंदपालसर,जैसलसर आदि गांवों के सैंकड़ों लोग उपस्थित हुए।
बिछड़े हूओ को बुलकर लगा रहे है मेले, श्रीडूंगरगढ़ में तनसिंहजी की मनाई जयंती
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