दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- बीकानेर में छह दिन से लापता मां-बेटे की लाश नहर में मिली है। सोमवार सुबह दोनों की लाश को पानी से निकाला गया। इस दौरान मां ने बेटे को चुन्नी के साथ पेट पर बांध रखा था। संभवता मां ने बेटे को पेट पर बांधकर ही नहर में छलांग लगा दी। इससे दोनों की मौत हो गई। दोनों का शव SDRF के जवानों ने बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। अब सवाल खड़ा हो गया है कि ऐसा क्या हुआ कि मां ने खुद के साथ बेटे को भी दर्दनाक मौत दे दी।
छत्तरगढ़ थानाधिकारी जयकुमार भादू ने बताया- पिछले दिनों अनीता (30) अपने डेढ़ साल के बेटे साहिल के साथ छतरगढ़ के पांच जीएम राणेर से रवाना हुई थी। उसे रावला के बारह केएनडी अपने ससुराल पहुंचना था। शाम तक नहीं पहुंची। ससुराल व पीहरवालों ने ढूंढना शुरू किया। इस दौरान उसका मोबाइल और बैग इंदिरा गांधी नहर के पास मिला। पुलिस और एसडीआरएफ के जवान तब से नहर में तलाश कर रहे थे। छलांग लगाने के कारण मां-बेटे दोनों काफी नीचे चले गए। जो नीचे ही फंस गए। मौत होने पर दोनों तैरते हुए काफी दूर निकल गए। छह दिन बाद उनका शव फूल गया। जो ऊपर आ गया। नहर में तैरता हुआ शव देखकर पुलिस को फोन किया। यहां एसडीआरएफ के जवान पहले से तैनात थे, जिन्होंने दोनों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया।
चुन्नी से बंधा रहा बेटा
अनीता ने अपने बेटे को चुन्नी से बांध लिया था। इसके बाद ही नहर में छलांग लगाई। मौत के बाद भी बेटा मां से अलग नहीं हुआ। आमतौर पर पानी में कपड़ा गल जाता है, फट जाता है, लेकिन अनीता ने गांठ इतनी मजबूत लगाई थी कि छह दिन बाद भी दोनों एक-दूसरे से बंधे रहे। दोनों को इसी स्थिति में छत्तरगढ़ अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया गया है।
क्यों उठाया ऐसा कदम
अनीता ने सुसाइड का ऐसा कदम क्यों उठाया है? इसकी छानबीन हो रही है। ये घर में चल रहे तनाव के कारण हुआ या फिर कोई कारण है। इस बारे में पुलिस छानबीन कर रही है। पीहर व ससुराल के सदस्यों से इस बारे में पुलिस पूछताछ कर सकती है।