दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- आज राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा श्रीडूंगरगढ़ आये थे इस दौरान डॉली भूमि को लेकर मांगीलाल स्वामी सूडसर और स्कूल शिक्षा परिवार के ब्लॉक अध्यक्ष मूलचन्द स्वामी ने मंच पर उपस्थित डोटासरा को ज्ञापन सौंपा
डॉली (मंदिर माफ़ी) भूमि उत्पीड़ित ग्रामीण किसान जो लघु और सीमांत किसान है जो गांवों में निवास करतें है तथा उनका मुख्य व्यवसाय खेती है
भू-राजस्व विभाग ने सेटलमेंट के दौरान डॉली भूमि के किसानों को खातेदारी के अधिकार से वंचित रख दिया था 13 दिसंबर सन 1991 में तत्काल सरकार के भैरोसिंह शेखावत द्वारा अध्यादेश जारी कर डॉली भूमि अधिग्रहण कानून बना दिया गया था
जिसमें पुजारी किसानों के नाम हटा कर मंदिर मूर्ति के नाम जोड़ दिया था आज पुजारी अपना हक लेने के लिए 22 लाख पुजारी दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है भू माफियाओं, दबंगों और पूंजीपतियों द्वारा डॉली भूमि पर कब्जा किया जा रहा है प्रशासन और राजनेता भी इस मामले में चुपी साधे हुवे है क्योंकी कुछ
उनके साथी शामिल होते है
- आज ग्रामीण पुजारियों के पास लगान वसूली की रशीदे भी मौजूद है फिर भी लगान माफी भूमि में सभी किसान को शामिल कर दिया था 2. लगान वसूली की रसीदे जिन किसान पुजारियों के पास है उनको खातेदारी का अधिकार देवे।
पुजारियों
- 13/12/91 के अध्यादेश को रद्द कराने का प्रस्ताव पारित करें लगान माफी पुजारी किसानों के विलोपित नामो को पुन अंगित करवाए
- डॉली भूमि पर का कर चूके भूमाफियों के चुंगल से मुक्त कराये 5. पूजारी किसानों को केसीसी योजना का लाभ दिलाएं
- पूजारी कल्याण बोर्ड का गठन करवाए व पुजारी को वेतन दिलाए
- पुजारी समान नागरिक कानून से वंचित है और उसके मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है