दी नगर न्यूज़ श्रीडूंगरगढ़:- राजस्थान सरकार को बजट पेश करने में भले ही तीन दिन का समय बचा हो लेकिन बजट से बड़ी उम्मीद है. खासकर, उन विधायकों और मंत्रियों को नया जिले और संभाग के लिए सालों से मेहनत और राजनीति कर रहे हैं. पिछले दिनों रामलुभाया कमेटी द्वारा सरकार को रिपोर्ट सौंपने की बात सामने आई थी. जिसमें ब्यावर, बालोतरा, भिवाड़ी, नीमकाथाना, नोखा, कुचामन सिटी, कोटपूतली और फलौदी को जिला बनाने की चर्चा है
संभाग के लिए भी सीकर, बाड़मेर, चित्तौड़गढ़ का नाम का सामने आ रहा है. कोटा को पुलिस कमिश्नरेट बनाई जाने की भी चर्चा हो रही है. तो क्या इस बार के बजट से ये मांगें पूरी हो जाएंगी? क्योंकि आये दिन कांग्रेस के ही विधायक गहलोत सरकार पर हमला बोल रहे हैं ? वहीँ पूर्व आईएएस डॉ. रामलुभाया की कमेटी का कार्यकाल मार्च तक ही बचा है.
इन विधायकों ने लगातार उठाई मांग
नीमकाथाना के विधायक सुरेश मोदी ने, कोटपूतली के विधायक राजेंद्र यादव, बहरोड़ के विधायक बलजीत यादव ने लगातार अपनी मांग उठाई. समय-समय पर अशोक गहलोत सरकार पर दबाव भी बनाया है. नए जिले की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से इन विधायकों ने मुलाकात भी की थी. इन्हे उम्मीद ही है कि इस बार के बजट में नए जिले घोषित हो जायेंगे.
ये नाम हैं आगे
जयपुर संभाग- जयपुर संभाग में जिला जयपुर, दौसा, अलवर के साथ नये जिले भिवाड़ी को शामिल किया जायेगा.
सीकर संभाग- जयपुर संभाग से जिला सीकर, झुन्झुनू और बीकानेर संभाग से जिला चूरू को शामिल कर नये जिले नीम का थाना को मिलाकर कर सीकर को संभाग बनाया जा सकता है.
बीकानेर संभाग- बीकानेर संभाग में बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ जिले यथावत रहेंगे और नये जिले सुजानगढ़ को शामिल हो सकता है.
जोधपुर संभाग- जोधपुर संभाग में जिला जोधपुर और पाली यथावत रहेंगे. भौगोलिक स्थिति और समानता के कारण अजमेर संभाग से नागौर जिले को जोधपुर में शामिल किया जायेगा और नये जिले फलौदी को जोधपुर संभाग में शामिल किया जायेगा.
बाड़मेर संभाग- जोधपुर संभाग से जिला बाङमेर, जैसलमेर और जालोर के साथ नये जिले बालोतरा को शामिल कर बाड़मेर नया संभाग बनाया जायेगा.
अजमेर संभाग- अजमेर संभाग में अजमेर और टोंक जिलों के साथ नये जिले ब्यावर और कुचामन सिटी को शामिल किया जायेगा.
चितौड़गढ संभाग- उदयपुर संभाग से चितौड़गढ, प्रतापगढ और बांसवाड़ा जिला और अजमेर संभाग से भीलवाड़ा को मिलाकर चितौङगढ को नया संभाग मुख्यालय बनाया जा सकता है.
उदयपुर संभाग- उदयपुर संभाग में उदयपुर, डूंगरपुर, राजसमन्द जिले रहेंगे और भौगोलिक स्थिति, दूरी को देखते हुए जोधपुर संभाग से सिरोही जिले को उदयपुर संभाग में शामिल हो सकता है.
कोटा संभाग- कोटा संभाग यथावत रहेगा. इसमें पूर्व की भांति कोटा, बून्दी, झालावाड़ और बारां जिले रहेंगे. लेकिन कोटा संभाग में प्रदेश की तीसरी पुलिस कमिश्नरेट बनाये जाने की बात है. संभाग मुख्यालय को विकास प्राधिकरण भी मिल सकेगा.
भरतपुर संभाग- भरतपुर संभाग भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर और करौली जिले के साथ रहने की चर्चा है.